Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -04-Oct-2022 - कंजक

देवी तुम्हारे कई अवतार है,
जिनको पूजे सारा संसार है।
मैं तो देखूं तुझको उस रूप में,
जो मेरे जीवन का आधार है।
कहीं दुर्गा, कहीं काली, कहीं छाया, 
कहीं महागौरी, कहीं महामाया,
कहीं शीतला रूप में पूजी जाती हो।
कंजक रूप में पूजा करते,
सिर मात चुनरी हैं धरते।
आशीष तेरा पाकर ओ मैय्या,
झोलियां प्रेम से सब है भरते।
देवी तुम्हारे सारे रूप अनोखे,
दिखती माता तुम हर झरोखे।
मन मंदिर में हर रूप सजाऊं,
द्वार तेरे आकर तुझको मनाऊं।
देवी तुम्हारे कई अवतार है,
जिनको पूजे सारा संसार है।।


#दैनिक प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)








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9 Comments

Khan

06-Oct-2022 11:45 PM

Bahut khoob 💐👍

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Gunjan Kamal

05-Oct-2022 06:11 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌

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Bahut khoob 💐👍

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